सूखा पेड़ और तितली
रेगिस्तान का एक सूखा पेड़
था इंतज़ार उसे भी किसी का
एक उड़ती इठलाती तितली
थी किसी के इंतज़ार मैं किसी के सहारे को
पर कोई नहीं था उस रेगिस्तान मैं
क्या थी मजबूरी या याराना
उस सूखे...
था इंतज़ार उसे भी किसी का
एक उड़ती इठलाती तितली
थी किसी के इंतज़ार मैं किसी के सहारे को
पर कोई नहीं था उस रेगिस्तान मैं
क्या थी मजबूरी या याराना
उस सूखे...