...

5 views

दो जिसम एक जान
#WritcoStoryPrompt116

सब्र होता नहीं हमसे
फिर भी बेसुमार किया

हमने मोहब्बत तुमसे
जानिसार किया

छोटे बड़े कई वादे था
तूने मुझसे किया

मैं पागल तुम्हारे झूठे बातों
पर एतबार किया

कभी आए तो कभी बिना
बताए ही चले गए

और मैन हर पल बस
तुम्हारे आने का इंतजार किया

क्या इतनी ही वफ़ा थी
तुम में जो बेवफाई किया

हमने तो एक तुम्हारे लिए
बहूत कुछ है छोड़ दिया

बस तुझसे नहीं दूर रह सकू इस
लिए हमने अपनी मंज़िल से मुँह फेर लिया

तुम ये कैसे भूल गई हमने
तुम्हारे लिए अपनी ख्वाहिश
का गला था घोट दिया

अब होगी जन्म तो फिर
नहीं करेंगे मोहब्बत

इस ज़िंदगी में हमने ये
गुनाह कर के देख लिया


© रौशन rosi...✍️🍁