...

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में उड़ सकता हूं!
मैं सुबह उठकर दूध लेने के लिए डेरी जा रहा था।
आज आसमान कुछ डिम सा लग रहा है
शायद ऊपर वाले ने अपने फोन की ब्राइटनेस थोड़ी कम कर दी है
आज सड़क पर पड़ी धूल अपने पंख फैलाए किसी का इंतजार कर रही थी।
मौसम हल्का नीला सा हो गया।


मैं उस धूल को निहारते हुए सड़क पर चले जा रहा था और आज मुझे कुछ अजीब लगा


मुझे अपना शरीर बहुत हल्का लगने लगा मानो मेरा शरीर रुई का बन गया हो।
मेरा दिल जोर जोर से धड़कने लगा ।
मुझे अपने गले में और अपने शरीर में अजीब सी कपकपी महसूस होने लगी।

अचानक से एक तेज हवा का झोंका आया
मेरा विशवास करो मैं झूठ नहीं बोल रहा
हवा का झोंका धीमी रफ्तार से मेरी तरफ आने लगा मानो कोई पुराना दोस्त मुझे गले लगाने आ रहा हो। उसने मुझे इतनी जोर से गले लगाया कि मेरा रूई जैसा हल्का शरीर
पीछे की तरफ जाता चला गया । मेरे पैर हवा में लहराने लगे ।

धीरे-धीरे हवा का झोंका मुझे अपने घर आसमान की...