एक किस्सा जिंदगी का
एक डरी सहमी लड़की सड़क किनारे खड़ी थी घर से भागकर आई थी। क्यूंकि उसकी मासी ने उसके माता पिता की कार का ब्रेक फेल कर मरवा देती है संपत्ति के लालच में। उसके माता पिता के गुज़र जाने के बाद अब मासी उसे अच्छे से नहीं रखती थी और उनकी प्रॉपर्टी पर हक जमा लिया था।
“पैसे के लोभ में रिश्ते दांव पर लगे है।”
उसके मासा उसपर बुरी नज़र डाले हुए थे। दुखी होकर वो इन सबसे दूर जाने का सोचती है। और मौका पाते ही घर से भाग जाती है।
हैवानियत पैर पसार रही है, घर में भी लड़कियां सुरक्षित नहीं है।
अब वो सुनसान सड़क पर अकेली भटक रही थी, ना मंजिल का पता था और ना ही रास्ते से परिचित थी। सुनसान सड़क पर कुछ आवारा शराबी लोग घूम रहे थे, वही राह गुज़र रहा एक आदमी जिसकी कोई औलाद नहीं थी इस दुख में डेली शराब पिए...
“पैसे के लोभ में रिश्ते दांव पर लगे है।”
उसके मासा उसपर बुरी नज़र डाले हुए थे। दुखी होकर वो इन सबसे दूर जाने का सोचती है। और मौका पाते ही घर से भाग जाती है।
हैवानियत पैर पसार रही है, घर में भी लड़कियां सुरक्षित नहीं है।
अब वो सुनसान सड़क पर अकेली भटक रही थी, ना मंजिल का पता था और ना ही रास्ते से परिचित थी। सुनसान सड़क पर कुछ आवारा शराबी लोग घूम रहे थे, वही राह गुज़र रहा एक आदमी जिसकी कोई औलाद नहीं थी इस दुख में डेली शराब पिए...