मेरा बचपन.
कैसे हो आब सभी लोग! हा मुझे यह बात जरूर जरूर कर नी है की, कैसे हम पाठशाला के पहले दिन सभी लोग रोते थे. वह पाठशाला की छूठी हो जाने से सभी लोग के चहरे पर बस खुशियाँ दिखाय दिति है, जैसे की सभी को जन्नत मिल गई हो.
हा, आब सभी को तो वही छोटी-छोटी बात पर झगड़ते हुए भाई-बहन का रिश्ता. कभी भाई बहन से झगड़ता तो फिर...
हा, आब सभी को तो वही छोटी-छोटी बात पर झगड़ते हुए भाई-बहन का रिश्ता. कभी भाई बहन से झगड़ता तो फिर...