...

4 views

एक असम्भव प्रेम गाथा में स्त्री का हक है या पुरुष का हक है।।
यह गाथा अनन्त है और क्यों है यह आप लोग जरूर जान पाएंगे अगर आप आध्यत्मिक है।।
क्योंकि हम यहा इस भाग में यह जाने कि हक़
या अधिकार क्या है और इस गाथा में मुख्य विषय एक वैशया और और अन्य की प्रेम गाथा असंभव कही गई है।। क्योंकि यहां पर हक और अधिकार की नहीं बल्कि मरियादा और सत्व की बात है।।
देखा जाए तो यहां हर लड़की वैशया है और उसके साथ होने वाली बार्बता के जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि सिर्फ हम क्योंकि स्त्री और पुरुष में प्रेम समाप्त हो गया है।। इसलिए प्रेम गाथा का एक अधिकार तो हम लोग खो चुके हैं।। मगर मुजबुरी और वासना हो वहां प्रेम गाथा का सम्भव असम्भव है।। इसलिए गाथा में ना स्त्री का हक ना ही पुरुष का अधिकार है।। सम्भोग साधना से जरम सुख कैसे पाए यह भी बड़ा सवाल है क्योंकि जहां धन वहा मरियादा और सत्व दोनों का ही वास नहीं है।।

© All Rights Reserved