वृद्धाश्रम
बाबू जी, बाबू जी......लगभग चिल्लाते हुए, "क्यों मेरे परिवार में शांति नहीं रहने देते, मैं तंग आ गया हूँ आपकी रोज-रोज की नौटंकियों से"।
विमला सही ही कहती है, आपको वृद्धावस्था आश्रम में छोड़ आना ही ठीक होगा। तभी जी सकेंगे हम सब शांति से।
अपने इकलौते बेटे रमेश के कहे ये शब्द राम प्रसाद के कानों में पिघले शीशे के समान जाते हुए, उसके हृदय की भावनाओं को झुलसा रहे थे। जो अपनी पत्नी विमला की कहीं जाने किन-किन बातों...
विमला सही ही कहती है, आपको वृद्धावस्था आश्रम में छोड़ आना ही ठीक होगा। तभी जी सकेंगे हम सब शांति से।
अपने इकलौते बेटे रमेश के कहे ये शब्द राम प्रसाद के कानों में पिघले शीशे के समान जाते हुए, उसके हृदय की भावनाओं को झुलसा रहे थे। जो अपनी पत्नी विमला की कहीं जाने किन-किन बातों...