चिंतन
आओ हम कुछ सोचें और चिंतन करें।
👉 लगातार बढ़ती जनसंख्या,
👉 काबू से बाहर होती महंगाई,
👉 गरीबी के कारण भुखमरी,
👉 समाज में जहर की तरह फैल रहे अपराध और भ्रष्टाचार के मामले
👉देश के युवाओं को हर हफ्ते होने वाला सच्चा प्यार
इन जैसी समाजिक कुरीतियों और समस्याओ की बात कवि नहीं करेंगे तो जागरूकता कहां से आएगी?
© PJ Singh
👉 लगातार बढ़ती जनसंख्या,
👉 काबू से बाहर होती महंगाई,
👉 गरीबी के कारण भुखमरी,
👉 समाज में जहर की तरह फैल रहे अपराध और भ्रष्टाचार के मामले
👉देश के युवाओं को हर हफ्ते होने वाला सच्चा प्यार
इन जैसी समाजिक कुरीतियों और समस्याओ की बात कवि नहीं करेंगे तो जागरूकता कहां से आएगी?
© PJ Singh