तुम नही तो कोई और क्यों
मेरी ज़िंदगी का वो वक़्त तुम्हारे साथ जुड़ा हुआ था मेरी कहानी का किस्सा उस जगह से शुरू हुआ मेरी ज़िंदगी मे तुम इतना खयाल रखती थी जितनी चाहें उतनी बात मुझसे करती थी
हम साथ भी होते तो वक़्त कब बीत जाता था
मेरे साथ तुम्हारा होना मुझे तुम्हारी खुशी बताता था मेरे साथ तुम मेरी हर बात मानती थी मैं रूठ जाऊं मुझे बहुत मनाती थी मेरी खुशी के आगे अपने हर दुःख तुम हँसकर भूल जाती थी...।
मैं एक दिन भी तुमसे न मिलूं तुम मेरे बिन रह नही पाती थी मुझे याद साथ बैठकर हम अपने आगे भविष्य को लेकर बात कर रहे थे हम दोनों आगे क्या करेंगे इसके बारे मे बात कर रहे थे....।
बस एक गलतीं हो गयी मेरे अपनो ने दूर कर दिया तुमको मुझको अब ज़िंदगी घुट-घुट के भी जीऊं किसी और से मतलब नही रखूंगा अब कोई लाख मेरे दिल के करीब आने को सोचे उससे कोई मतलब नही रखूंगा ......।
DRx Pradumna Pandey
हम साथ भी होते तो वक़्त कब बीत जाता था
मेरे साथ तुम्हारा होना मुझे तुम्हारी खुशी बताता था मेरे साथ तुम मेरी हर बात मानती थी मैं रूठ जाऊं मुझे बहुत मनाती थी मेरी खुशी के आगे अपने हर दुःख तुम हँसकर भूल जाती थी...।
मैं एक दिन भी तुमसे न मिलूं तुम मेरे बिन रह नही पाती थी मुझे याद साथ बैठकर हम अपने आगे भविष्य को लेकर बात कर रहे थे हम दोनों आगे क्या करेंगे इसके बारे मे बात कर रहे थे....।
बस एक गलतीं हो गयी मेरे अपनो ने दूर कर दिया तुमको मुझको अब ज़िंदगी घुट-घुट के भी जीऊं किसी और से मतलब नही रखूंगा अब कोई लाख मेरे दिल के करीब आने को सोचे उससे कोई मतलब नही रखूंगा ......।
DRx Pradumna Pandey
Related Stories