...

7 views

बदला
##जंगल
#writerco
मैंने कहा था स्पेयर टायर चेक करवा लेना निकलने से पहले, लेकिन तुम को तो बस हर बात मज़ाक लगती है। सुदीप ने गुस्से में झुंझलाते हुए रवि से कहा। उफ्फ नेटवर्क भी नहीं है मोबाइल में और इस घने जंगल में कोई दिख भी नहीं रहा। रात के अंधेरे में सुदीप इधर-उधर देखने लगा । अब तक रवि को भी अपने किए पर बहुत कुछ अफसोस हो रहा था , पर रवि के अंदर बहुत ज्यादा काबिलियत का घमंड था ,डरा हुआ तो रवि भी था । पर उसने जाहिर नहीं होने दिया और जंगल से बिल्कुल जिन झींगुर की आवाज सुनाई दे रही थी ।बीच-बीच में कभी पत्तों की सरसराहट भी हो रही थी सुदीप इधर-उधर देखने के बजाय आने वाले गाड़ियों में को रोकने की कोशिश करने लगा ताकि इस भयानक रात में कुछ तो मदद मिल सके। उसने सामने से एक बहुत तेजी से आती हुई गाड़ी के हेडलाइट देखे , वह न जाने क्यों बीच सड़क पर जाकर खड़ा हो गया और उसने अपने दोनों हाथ उठा लिए जैसे की मदद मांग रहा हो ।
गाड़ी वाला बहुत तेजी से उसके बगल से होते हुए निकल गया । सुदीप अभी कुछ कह नहीं जा रहा था ।अचानक लगा कि गाड़ी वाला पीछे की तरफ फिर से आ रहा है ।

उसने पीछे मुड़कर रवि से कहा रवि यह हमारी आखिरी उम्मीद है । अगर यह वापस चला गया...