अधूरी कहानी...पार्ट-1
based on true event...
बात उन दिनों की है जब वो ग्याहरवीं कक्षा में थे। ये कहानी है उस लड़के कि जो लड़कियों से बहुत दूर रहता था, लड़कियों से बात करने में उसको डर लगता था यहाँ तक कि यदि गलती से किसी लड़की से हाथ मिला भी लिया तो उसके हाथ पैर कांप जाते थे।
2012 की बात है एक लड़का था जो 10th पास होने के बाद प्राइवेट स्कूल छोड़ देता है वह भी इसलिए क्योंकि जिस स्कूल मे वह पड़ता था उस स्कूल में लड़के लड़किया इकटठे पढा करते थे। लड़कियों से दूर रहे इसलिए उसने बॉयज कॉलेज में एडमिशन ले लिया था, पर वह इस बात से अंजान था जिस चीज़ से वो दूर भाग रहा है एक दिन वही चीज़ उसकी पूरी ज़िंदगी बदल के रख देगी। 11th में बॉयज कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद उसने अपनी केमिस्ट्री की कोचिंग लगा ली थी वह भी अपने कॉलेज की मैम के पास। उस कोचिंग में लड़के लड़किया इकट्ठा पढा करते थे। जब उसको इस बात का पता चला तो वो हैरान रह गया वह और कही कोचिंग लगा भी नही सकता था क्योंकि सभी जगह पहले ही बुक थी। वो सोचने लगा करे तो क्या करे ? खैर मजबूरी में वो वही पढ़ने लगा।
सब कुछ सही चल रहा था पर अचानक एक दिन उसके दोस्तो ने उसको कहा कि मैं कुछ दिनों से देख रहा हूँ कि जो सामने वाली सीट पर लड़की बैठी है वह तुझे रोज देख रही है, पर उस लड़के ने अपने मित्र की बात पर ध्यान नही दिया। ऐसे ही कुछ दिनों तक चलता रहा पर एक दिन कोचिंग से छुट्टी होने के बाद उस लड़के के दोस्तो ने उसको बोला कि वो रोज़ तुझको देख रही है और एक तू है कि उसपर ध्यान नही दे रहा न बात कर रहा। वो लड़का बोला देख भाई में इन लड़कियों से पहले ही बहुत डरता हूँ और दूर हूँ। कृपया मुझे इनसे दूर...
बात उन दिनों की है जब वो ग्याहरवीं कक्षा में थे। ये कहानी है उस लड़के कि जो लड़कियों से बहुत दूर रहता था, लड़कियों से बात करने में उसको डर लगता था यहाँ तक कि यदि गलती से किसी लड़की से हाथ मिला भी लिया तो उसके हाथ पैर कांप जाते थे।
2012 की बात है एक लड़का था जो 10th पास होने के बाद प्राइवेट स्कूल छोड़ देता है वह भी इसलिए क्योंकि जिस स्कूल मे वह पड़ता था उस स्कूल में लड़के लड़किया इकटठे पढा करते थे। लड़कियों से दूर रहे इसलिए उसने बॉयज कॉलेज में एडमिशन ले लिया था, पर वह इस बात से अंजान था जिस चीज़ से वो दूर भाग रहा है एक दिन वही चीज़ उसकी पूरी ज़िंदगी बदल के रख देगी। 11th में बॉयज कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद उसने अपनी केमिस्ट्री की कोचिंग लगा ली थी वह भी अपने कॉलेज की मैम के पास। उस कोचिंग में लड़के लड़किया इकट्ठा पढा करते थे। जब उसको इस बात का पता चला तो वो हैरान रह गया वह और कही कोचिंग लगा भी नही सकता था क्योंकि सभी जगह पहले ही बुक थी। वो सोचने लगा करे तो क्या करे ? खैर मजबूरी में वो वही पढ़ने लगा।
सब कुछ सही चल रहा था पर अचानक एक दिन उसके दोस्तो ने उसको कहा कि मैं कुछ दिनों से देख रहा हूँ कि जो सामने वाली सीट पर लड़की बैठी है वह तुझे रोज देख रही है, पर उस लड़के ने अपने मित्र की बात पर ध्यान नही दिया। ऐसे ही कुछ दिनों तक चलता रहा पर एक दिन कोचिंग से छुट्टी होने के बाद उस लड़के के दोस्तो ने उसको बोला कि वो रोज़ तुझको देख रही है और एक तू है कि उसपर ध्यान नही दे रहा न बात कर रहा। वो लड़का बोला देख भाई में इन लड़कियों से पहले ही बहुत डरता हूँ और दूर हूँ। कृपया मुझे इनसे दूर...