मैं...?
कहाँ किसी से घुलती मिलती हूं अब ,
न जाने कितने दिनों से मौन हूँ मैं.....
लोगो को जानने की फुर्सत नहीं है अब,
खुद को ही न जानूँ कौन हूँ मैं..?
शायद समुद्र से...
न जाने कितने दिनों से मौन हूँ मैं.....
लोगो को जानने की फुर्सत नहीं है अब,
खुद को ही न जानूँ कौन हूँ मैं..?
शायद समुद्र से...