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उद्यापन सामापन समारोह आयोजित।।
इस गाथा में अब सबकुछ पूर्ण हो गया है जिसको यह पूरी होकर समाप्त हो रही है,
जिसके बाद गाथा के रचयता श्री वासुदेव जी द्वारा सभी को पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया जिसमें सभी इसमें भाग लेने पर तथा अपनी भूमिका का वर्णन किया और कुछ शब्द
कहे जिसमें गाथा के नायक -कृष्णानन्द वैशलयकरमी राजपूत को एक छवि दी गई गुनाह का देवता क्योंकि दूसरे नायिका को अन्त छला और अंत में नायिका ने स्वयं का ही त्याग बलिदान कर त्यागनी कहलाकर वो अपने अस्तित्व में ही जा कर कुल गाई।।-अस्तिवनिका।-विषय दिया गया।। और बाकियों को उनकी भूमिका का विषय पत्र तथा ₹५००००
कैसे दिया गया।।
और फिर इस तरह आरती अनूष्ठान
एवं मनुकामना अर्चनान्नि कुरूवनति रूहम् द्वारा पूर्णतः भवत।।
🪔 ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम 🪔🙏
श्री वृकषभानुजा🪔
श्री राधिके🪔
श्री कृष्ण प्रिया🪔
श्री महालक्ष्मी🪔
श्री अष्टलक्ष्मी🪔
श्री सीता🪔
श्री पार्वती 🪔
श्री वैष्णव 🪔
श्री कृषणमाई 🪔
श्री वैकल्पिका 🖤♥️🤎💚💗💘
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