...

3 views

एक सवाल
#एक सवाल
#सूक्ष्म सा

एक सवाल हम हमेशा सोचते हैं की हम क्यूँ आए है इस दुनिया में ? हम यूँही आ गए हैं या हमे भेजा गया है । अटपटा सा सवाल है पर बेहद ज़रूरी भी ! आम लोगों की सोच पे चले तो बेहद बेहूदा सवाल है और ग़ैर ज़रूरी भी ! पर यही छोटी सी सोच और छोटा सा सवाल एक बड़े मायने में बदल सकता है अगर जवाब मिल जाए तो ।

हम में से अधिकांशतःलोग तो कभी ये सोचते ही नहीं वहीं इसके बिल्कुल उलट जीतने भी सफल और यशस्वी लोग हुए है अब तक वो इन सवालों को ज़िंदगी के काफ़ी शुरुआती पड़ाव में ही समझ लेते हैं। तभी तो हम जब भी परेशान होते है तो गुरुओं को सुनते हैं । क्या आपने कभी ध्यान दिया है वो क्या कहते हैं ? अधिकतर गुरुओं ने आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत ही इसी सवाल से की कि वो क्यूँ आए हैं इस दुनिया में ? या फिर उनके जन्म और मरण के बीच की जो यात्रा है जिसे हम ज़िंदगी कहते हैं उसका मतलब क्या है और उसका मक़सद भी ढूँढने को निकलते हैं।
आपने गाहे बगाहे जब भी सुना होगा तो एक सबसे स्थूल पर सूक्ष्म सलाह यही होता है की वो आपको अवगत कराते हैं बस इसी सवाल से जिससे आप हमेशा पीछा छुड़ाकर भागना चाहते हैं।
यक़ीन मानिए जिस दिन आप इस सूक्ष्म पर अति गूढ़ सवाल के पीछे छिपे रहस्य को जान गए जीवन उस दिन से बदलने लगेगी ।और सोचिए क्या हुआ अगर आपको इसका जवाब मिल जाए तो ! आप कल्पना भी नहीं कर सकते की आपकी ज़िंदगी का सबसे अच्छा समय कितनी तेज़ी और गतिशीलता के साथ आ जाएगा
यक़ीन ना हो तो आज़मा के देखियेगा।

© Ritu Verma ‘ऋतु’