परवाह
मुन्नी ( रितिका) आज कितनी बड़ी हो गई है कॉलेज जाने लगी है । पार्वती आज भी उसका एक छोटे बच्चे जैसा ख्याल रखती थी।पर मुन्नी को ये बिलकुल अच्छा नहीं लगता था , वह कहती भी थी मां अब बस भी करो अब मैं बड़ी हो गई हूं अपना ख्याल रख सकती हूं , पार्वती कहती बेटा तू कितनी भी बड़ी हो जा हमारे लिए तो बच्ची ही बच्ची ही रहेगी ।
एक दिन पार्वती अपने मां के यहां जाती हैं ( मुन्नी के नानी के यहां ) , एक माह के लिए
मुन्नी को इससे कोई परेशानी नहीं होती है...
एक दिन पार्वती अपने मां के यहां जाती हैं ( मुन्नी के नानी के यहां ) , एक माह के लिए
मुन्नी को इससे कोई परेशानी नहीं होती है...