मैं और मेरा टीपू …… भाग - २
जैसे के हम सब जानते है
कि इंसान-इंसान से नफ़रत कर सकता है
मगर! अपने किसी भी पालतू जानवर को उठना ही प्यार करता है जितना अपने आप से,
जैसे के मैंने “पहले भाग” में बताया ही था के मेरा और टीपू के साथ वो नाता बन गया था।
जो कभी भी नहीं टूट सकता था।
एक दिन एक परिवार (यात्री ) गुमने के लिये हमारे गाँव में आया। वह लग रहे...
कि इंसान-इंसान से नफ़रत कर सकता है
मगर! अपने किसी भी पालतू जानवर को उठना ही प्यार करता है जितना अपने आप से,
जैसे के मैंने “पहले भाग” में बताया ही था के मेरा और टीपू के साथ वो नाता बन गया था।
जो कभी भी नहीं टूट सकता था।
एक दिन एक परिवार (यात्री ) गुमने के लिये हमारे गाँव में आया। वह लग रहे...