A chapter of my diary.
मैं जिंदगी की उस मोड़ पर थी जिस मोड़ पर किसी को भी नहीं होना चाहिए। मैं अपनी जिंदगी से परेशान होकर इस सोच पर डूबी थी कि अब या तो ये जिंदगी रहेगी या मौत। मेरे घर में एक नई चाकू हैं,जहर भी और रसी भी है। वेसे भी मैं अब जी कर भी क्या करूँ नाहीं मुझे से रिश्ते सम्भाला गया ना प्यार ना ही job सब कुछ खत्म हो चुका है। मैं बर्बाद हो चुकी हूँ पर मैं जीना चाहती हूँ पर मेरे पास कोई वज़ह नहीं जीने के लिए मरना बेहतर है हर दिन के ज़िल्लत भरी जिंदगी से। मैं इन बातों से लड़ ही रही थी कि मुझे unknown number से call आया। उसने मुझसे बड़े ही इज्ज़त से बात करते हुए मुझसे कहा ma'am आपके बैंक अकाउंट (online) पर आपका birth of date सही नहीं है अगर आपने update नहीं करवाया तो आपका बैंक अकाउंट बंद कर दिया जाएगा। ये एक scam call था क्योंकि एसे call मुझे पहले भी आ चुका था फिर भी मैंने बड़े विनम्रता के साथ उसे बाते करते हूँ कहा कि तो आप बंद कर दीजिए। उसने तीन बार मुझसे पूछा बंद कर दूँ। मैंने...