नाटक
लोग -अरे सुनो!तुम तो एक लेखक हो ना?
मैं - हाँ ज़नाब
लोग -तुम्हें किसी से प्यार हो गया है क्या..?
अरे हां तुम्हारी तो आदत है ऐसा शब्द लिखने का.
वैसे तुम शायरी कविता कहानियों के अलावा नाटक के लिखती हो क्या...?
मैं - जी वो......!
लोग -अच्छा छोड़ो यह सब,..यह सब हकीकत होता है या मनगढ़न होता है...?
अच्छा...
मैं - हाँ ज़नाब
लोग -तुम्हें किसी से प्यार हो गया है क्या..?
अरे हां तुम्हारी तो आदत है ऐसा शब्द लिखने का.
वैसे तुम शायरी कविता कहानियों के अलावा नाटक के लिखती हो क्या...?
मैं - जी वो......!
लोग -अच्छा छोड़ो यह सब,..यह सब हकीकत होता है या मनगढ़न होता है...?
अच्छा...