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एक सच्ची और बहादुर लड़की
एक समय की बात है, एक गांव में एक बहुत ही नेक दिल शक्स रहता था जिसका नाम कृष्ण चंद्र था और इनकी पत्नी का नाम सुषमा था. वह बिल्कुल साधारण से परिवार से थे. उनके यहां 2 बच्चे पैदा हुए, इनमें से बेटी बड़ी थी जिसका नाम मधु था बेटे का नाम करण था. साधारण सा परिवार था, लेकिन वह काफी खुशहाल थे.
इन्होंने अपने दोनों बच्चों को स्कूल में शिक्षा हासिल करने के लिए भेज दिया. मधु बहुत बहादुर और मेहनती थी. वह काफी अपने परिवार की इज्जत का ख्याल रखती थी. शिक्षा ग्रहण करते समय इसके काफी दोस्त हुए जिनमें एक जाना पहचाना चेहरा था जिसका नाम सोनू था. सोनू भी काफी समझदार था और बहुत ही नेक दिल और मेहनती था.
मधु और सोनू की दोस्ती इस कदर गहरी होती गई के वो बहुत एक दूसरे का ख्याल रखते थे . सोनू भी एक साधारण परिवार से था. जब मधु और सोनू ने अपनी शिक्षा पूरी की तो मधु ने परीक्षा दी, और एक बहुत बड़ी सरकारी नौकरी लेने में सफल होगी. मधु की 1 जिले में नियुक्ति हुई और, सबसे बड़ी अधिकारी का जिम्मा संभाला. सोनू के बहुत पैसे की दिक्कत थी अब वह काफी परेशान था . गांव मैं सब लोग इसका मजाक बनाते लेकिन वह काफी मेहनती था. वह आप सरकारी नौकरी के बजाए, बिजनेस करना चाहता था लेकिन बदकिस्मती एक ही उसके पास कोई भी बिजनेस खोलने के लिए पैसा नहीं था.
मधु सोनू से मिली, उसने सोनू को कहा कि तुम इतने क्यों परेशान हो? सोनू ने उत्तर देते हुए यह कहा नहीं बस यूं ही.
मधु ने कहा अब उसको जिले का बहुत बड़ा अधिकारी बना दिया गया है और अब उसकी उम्र भी हो गई है अब वह शादी करना चाहती है. सोनू ने मुस्कुराते हुए कहा कि तुम शादी तो कर सकते हो मुझे भी शादी में बुलाओगे क्या और किसके साथ शादी कर रही हो. मधु ने मुस्कुराते हुए कहा वह मेरा एक करीबी दोस्त है जिसका नाम सोनू है ,
सोनू : क्या कहा आपने ?
मधु : हां ठीक सुना आपने मैं आपसे शादी करना चाहती हूं
सोनू : तुम को क्या हो गया है, मैं बेरोजगार हूं, और एक साधारण परिवार से हूं , आपकी हैसियत बहुत बड़ी है मैं छोटा आदमी हूं.
मधु : तो क्या हुआ, तुम एक बहुत ही सच्चे और मेहनती इंसान हो, मैं मानती हूं कि वक्त ने आपका साथ नहीं दिया . लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि आप 1 दिन बहुत बड़े आदमी बनोगे . अगर आप बहुत बड़े आदमी नाभि बनो तो मैं तुम्हारे साथ ही शादी करूंगी और जीना पसंद करूंगी. बस यह मेरा आखिरी फैसला है .

इसके बाद सोनू भी राजी हो गया, दोनों की शादी होगी . सोनू ने चुपके से किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी ले ली और मधु को कोई खबर नहीं थी कुछ पैसे कमा कर छोटा सा बिजनेस खोल लिया क्योंकि सोनू की बिजनेस में बहुत रुचि थी. सोनू ने मधु को बोल दिया कि मैंने एक छोटा सा बिजनेस खोला है क्योंकि मैं कुछ खुद का भी करना चाहता हूं मधु भी राजी हो गई और कहा ठीक है जैसा तुम चाहो.
सोनू का इतना बिजनेस हो गया कि देश-विदेश से लोग इन से जुड़ने लगे वह बहुत बड़ा अमीर हो गया.
हजारों लोग उनके साथ काम करते थे लेकिन मधु को इतनी ज्यादा खबर नहीं थी क्योंकि वह अपने ही काम में व्यस्त रहती थी. सोनू जो था अपने मलाजमुं से ही काम करवाता था . 1 दिन सोनू ने एक् शख्स को जिले में भेजा, क्यूंकि एक बहुत बड़ी फैक्ट्री लगानी थी , इसके लिए परमिशन चाहिए थी . वह शक्स जब जिले में पहुंचा तो वहां मधु थी उसने कहा किसके लिए चाहिए परमिशन ? उसने कहा कि हमारे साहिब सोनू ने बहुत बड़ी फैक्ट्री लगानी है इसके लिए चाहिए. मधु ने जैसे ही यह सुना तो वे हैरान हो गए उसने जल्दी से डॉक्यूमेंट पकड़े तो देखा कि उसमें उसके पति का नाम ही था . जब मधु शाम को घर आए तो उसने सोनू से कहा कि आपने मुझे यह क्यों नहीं बताया कि आपको परमिशन चाहिए थी. सोनू ने कहा सरकारी काम है यह कोई घर का काम नहीं इसलिए मैंने उस शख्स को आपकी ऑफिस मैं भेजा था. सोनू का इतना कारोबार हो चुका था उनकी आंखें भी देखती ही रह गई . जब सोनू सामने आए तो, पूरी दुनिया की मंत्री और बहुत बड़े बड़े कारोबारी उनका स्वागत करते.
© Pawan Balli