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भाई-बहन का अटूट बंधन

रिश्ते भी कमाल के होते हैं , हमें जीवन मे बहुत कुछ सिखाते हैं। हँसना , रोना ,रुठना , मनाना , आदि। माता- पिता अपने बच्चों को जन्म से ही सही शिक्षा देते हैं। सच्चाई- बुराई का पाठ , अच्छे-बूरे की समझ , सच का साथ, बड़ों के प्रति आदर। दुनिया मे हम चाहें कितने भी क्यों न बड़े बन जाए , पर हम अपनों से कभी जुदा नहीं हो पाते,क्योंकि हमारे रिश्ते को मज़बूत बनाए रखता हैं , हमारा परिवार। तो आइए आज मैं आपको मिलवाती हूँ, एक अनोखे बंधन से - और वो है भाई-बहन का अनोखा प्यार । आज की मेरी कहानी का शीर्षक है -
भाई-बहन का अटूट बंधन।
हमारे भारत देश मे हम तरह - तरह के त्यौहार मनाते हैं , जैसे - दिवाली , दशहरा , नौरात्रि , बैसाखी आदि। पर क्या आप जानते हो , इन सबके बीच एक और भी प्यारा सा त्यौहार आता है, जिस दिन का इंतज़ार भाई और बहन बड़ी आतुरता से करते हैं , और वो है रक्षाबंधन। भाई बहन मानो एक दूसरे के लिए भगवान् ने दिया हुआ एक वो उपहार है जिसका कोई भी मोल नहीं कर सकता। मन मे कोई भी चिंता सताती हो या फिर कोई भी ऐसी बात जो आप अपने न तो माता- पिता से न दोस्तों के साथ बैठकर बताना चाहते हो , यहाँ तक न तो अपने पति तथा पत्नी के साथ मिलकर सुलझाना चाहते हो, वो बात आप अपने भाई या बहन को बता पाते है । जीवन मे बड़ी दीदी या फिर छोटी बहन ही क्यों न हो, मान लीजिये की, वह सदा के लिए आपकी वह साथी बन चुकी है , जो आपको आपके मुश्क़िल दिनों मे मदत करेगी।
भाई का भी तो मूल्य किसी राजा से कम नहीं होता। वो भी आपके सुख - दुख मे आपके साथ रहता है। जैसे राजा अपनी प्रजा से अत्त्यधिक प्रेम करता है , उसी प्रकार भाई उसकी बहन से निःस्वार्थ भाव से प्रेम करता है।एक बहन के जीवन मे उसका पसंदिता हीरो -उसका भाई ही होता है। जो दिन मे उससे बात किये बिना न रहता हो , जो कही भी बाहर घूमने या पिकनिक के लिए जाये तो एक फ़ोन करके यह ज़रुर पूछेगा की बहन, क्या लाऊ तेरे लिए। बहन भी तो प्यार भरा जवाब देती है , कुछ नहीं बस आप सही सलामत घर लौट आओ, यहीं मैं आपसे उपहार माँगती हूँ।
प्रेम का मतलब सच या झूट दोनों होते हैं ,
प्रेम को निभाया तो सच वरना झूट।
साथ चलने का वादा तो अक्सर लोग करते हैं ,
उसे निभाया तो सच वरना झूट।
सुख और दुख मे हाथ बटाने वाले भी लोग होते हैं ,
सच्चे मन से उन्हें बाँटा तो सच वरना झूट।
सच्चे मन से प्रेम को निभाना ,अपने किए हुए वादों को पूरा करना , सुख - दुख मे साथ देना , यह हम सिर्फ़ और सिर्फ़ भाई-बहन के अटूट रिश्ते मे ही देख सकते हैं। मेरे लिए मेरा भाई मेरी एक अनोखी दुनिया है। उम्र मे मुझ से छोटा है पर उसका मेरे प्रति सम्मान अद्भुत और निराला है। बहुत से लोगों का प्यार और आशीर्वाद है मुझ पर जिससे आज मैं अपने जीवन मे इस कामयाबी के रास्ते पर पहुँची हूँ। इसमें मेरे भाई की प्रेरणा भी शामिल है। मैं बहुत ख़ुश-किस्मत हूँ की मुझे ऐसा प्यारा भाई मिला जो मुझे इज़्ज़त के साथ-साथ वो प्यार देता है ,की शायद ही कोई बेटा अपनी माँ को दे। मैं हमेशा अपने प्यारे भाई के सलामती की दुआ माँगती हूँ कि ,भगवान् तुझे बूरी नज़र से बचाएँ ,तेरी झोली हमेशा खुशियों के दामन से भर जाए।
- प्रतिभा पाटील