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पंडिताइन जी के लिए पंड़ित जी के ख्वाब
सुनिए न पंडिताइन जी अरि सुनिए तो..
सोचा था कुछ वर्ष पहले आपसे मिलने आऊंगा !
मैं चाहता था कि आपको आपके पसंदीदा रंग की चूड़ियां अपने हाथों से पहनाऊँ !!
इसीलिए आते वक्त आपके लिए लाल हरि चूड़ियां लेकर आऊंगा। पहली नवरात्रि पर भी देखे थे आपके हाथों में " लाल हरि चूड़ियां "।

जरा करीब आइए पंडिताइन जी 🙈 आपको पता हैं आपकी खूबसूरती को बढ़ाने वाली ये दूसरी चीज हैं।
आपको पता हैं " लाड़ो रानी " हम मेले में जाकर आपकी खुली " ज़ुल्फो " के लिए " हेयरपीन " लिया करते हैं और आपके कानों की शोभा बढ़ाने वाले " झुमके " आपको बहुत ही ज़्यादा पसंद थे।
हम पहले से जानते हैं आपको साधारण सी चीजें पसंद नही हैं।

😘 हम जानते हैं आपको " नथनी " पसंद नही लेकिन हम देखना चाहते हैं आप हमरीं " दुल्हन बन नथनी " पहने कैसी लगती हो 🙈 💏

सुनिए न पंडिताइन जी हम लेते आएँगे एक खूबसूरत सा " गजरा " जो आपके खुली जुल्फों को और भी " सुंदर एवं मनमोहक " बना देगा जैसे " चंद्रमा " के इर्दगिर्द " चाँदनिया " जगमगाती हो। ❣️

आपको याद हैं पंडिताइन जी जब हम पहली बार " सुनहरी साँझ " के समय " सरयूजी " के तट पर बैठकर आपके " होठों के लाली " को हमने हमरीं आँखो में कैद किया था 🙈😘

सुनिए न पंडिताइन जी इस " अल्हड़ से पंड़ित " के मन मे कई ख्वाहिशें गढ़ी थी आपको लेकर।

आपको लेकर पहले दिन से हमरे मनमें कोई " लालच या शारीरिक वासना " का संचार नही था। केवल " निस्वार्थ एवं निश्छल प्रेम " भाव था जो अब अनंतकाल तक निरन्तर रहेगा।

आपको पता हैं अपने " विवाह " से पहले जब भी मिलते थे हम आपसे बस यही पूछा करते थे आप इस " रिश्ते से खुश " तो होना।

सुनिए न पंडिताइन जी आपके लिए लाने वाले हर चीज का कोई कोई मोल नही ये हमरीं छोटीसी ख्वाहिशें हैं.. 😥 लेकिन आप तक पहुचने के बाद इन " अमूल्य वस्तुओं " की कीमत दुनियां में कोई नही लगा सकता।

अरे सुनिए तो हम लेकर आना चाहते हैं एक " काजल " की छोटी सी डिबिया और आपके समक्ष बैठकर देखना चाहता हु ये काला रंग आपकी सुंदर सी आँखो में लग जाने पर कितना इतराता हैं।

हम जानते हैं पंडिताइन जी वो " काजल " ही पहली चीज़ हैं जो " लाल हरि " चूड़ियों से ज्यादा आपकी खूबसूरती को बढ़ा देती हैं 🥰

सुनिए न पंडिताइन जी जब हम आपसे मिलने आएँगे और ये जो सपने हमनें बंद आँखो से देखे थे आपको लेकर इन्हें खुली आँखों से पूरा होता देखने के लिए.. 😥 लेकिन सुनिए यह सब पूरा करना हैं अगले मिलन तक करोगी न हमरे लिए पंडिताइन जी 🥰

निस्वार्थ भाव.. निश्छल प्रेम.. अटूट विश्वास..
पंडिताइन जी आपको सर्वस्व समर्पित 🙏
© उन्मुक्क्त अनूप