शाम
वो जो वादा किया था तुमने,
शाम को लौटने का,
वो शाम आज भी
अपने साथ लिए घूमता हूँ, यही कहा उसने शीशे के सामने खड़े होकर खुद से, मगर नादां...
शाम को लौटने का,
वो शाम आज भी
अपने साथ लिए घूमता हूँ, यही कहा उसने शीशे के सामने खड़े होकर खुद से, मगर नादां...