संघर्ष ही जीवन है!
संघर्ष! क्या मायने रखता है हमारे जीवन में? और क्या है वह? शायद सुबह उठने से रात में सोने तक हर कोई अपने व्यक्तिगत समस्याओं को सरलता से निपटने में लगा रहता है, उसी दौरान जब मन अनुभव के साथ विचार विनिमय करे और उसके साथ साथ उस पर कार्य करना शुरू कर दे और उसे जिस तरह सोचा था उसी अंजाम तक पहुंचा दे, तो इसी प्रवास को हम संघर्ष कह सकते है। मानो संघर्ष हमारे जीवन का अभिन्न अंग है बोला जाए तो यह गलत नहीं होगा।
जीवन...
जीवन...