अर्जुन
भाग –12
इतना कहना ही था की अचानक अर्जुन और असमी को चक्कर आने लगे और वह दोनो बेहोश हो गए।
जब उनकी आँख खुली तो वह दोनो एक झोपड़ी मैं बेहोश पड़े थे।देवकला और देवरथ सामने परदे के पीछे बैठे उनके होश मैं आने का इंतजार कर रहे थे।
अर्जुन ने होश मैं आते ही उसने इधर उधर देखा और उसको समझ आ गया की वह देवनागरी मैं वापस आ गए है।
उसने धीरे से असमी को उठाया और वहा से चुपके से निकलने लगे।
कहा जा रहे हो अपनी नानी से नही मिलोगे , देवकला ने कहा।
क्या है की अब आप बूढ़ी हो गई है और आपको तकलीफ नहीं देना चाहते अच्छा होगा की आप हमे जाने दे, अर्जुन ने पीछे पलटते...
इतना कहना ही था की अचानक अर्जुन और असमी को चक्कर आने लगे और वह दोनो बेहोश हो गए।
जब उनकी आँख खुली तो वह दोनो एक झोपड़ी मैं बेहोश पड़े थे।देवकला और देवरथ सामने परदे के पीछे बैठे उनके होश मैं आने का इंतजार कर रहे थे।
अर्जुन ने होश मैं आते ही उसने इधर उधर देखा और उसको समझ आ गया की वह देवनागरी मैं वापस आ गए है।
उसने धीरे से असमी को उठाया और वहा से चुपके से निकलने लगे।
कहा जा रहे हो अपनी नानी से नही मिलोगे , देवकला ने कहा।
क्या है की अब आप बूढ़ी हो गई है और आपको तकलीफ नहीं देना चाहते अच्छा होगा की आप हमे जाने दे, अर्जुन ने पीछे पलटते...