बुरा न मानो होली है
बुरा न मानो होली है--- कहीं सुना था कि तीन तरह से लोग महान हो सकते हैं । एक जो जन्म से ही होते हैं ; दूसरे जो कड़ी मेहनत और लगन से उसे अर्जित कर सकते हैं और तीसरे जिनपर महानता उपर से थोपी जा सकती है । इनमें अगर चुनाव करना हो ,तो तीसरी वाली (महानता )सबसे आसान और सुगम है । न हर्रे लगे न फिटकरी पर रंग चोखा । वैसे भी जब हमारे देश के भोगी ,योगी हो सकते हैं ;पाखण्डी, भगवान हो सकते हैं,तो यह देश महान क्यों नहीं हो सकता ? हालाँकि अपने देश की महानता पर मुझे कोई संदेह नहीं है ,ना ही देश-भक्तों की नई उगी हुई फसल पर ; लेकिन अपनी कमजोर यादाश्त...