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गुरु जी
एक बहुत समय पहले की बात है एक लड़की थी उसका नाम रिया था उससे छोटे पर से ही स्कूल जाना पढ़ना लिखना और कहानी लिखना पसंद करती थी उसे कोई कुछ नहीं बताया लेकिन उसने अपने हिम्मत पर पास होती थी जब कक्षा 5 में पढ़ती थी तब उसने शंकर जी का पूजा करना शुरू किया तब उसने शंकर जी का बहुत बनी वह भक्ति और मेहनत से अपना हर काम आराम से कर लेती थी वह जिस चीज को पाना चाहती थी वह पा लेती थी उसने भगवान से कहा कि मेरे लिए एक अच्छा सा शिक्षक भेज दो फिर शंकर जी एक ऐसा व्यक्ति को भेजा था कि वह भगवान के समान ही हो जो वह पहली बार हमारे कक्षक में आए थे फिर मैं समझ गई कि उन्हें शंकर जी ने भेजा है जो 10 साल में नहीं सीख पाए वह दो हफ्तों में सिखा दिए वह हमें अपने जीवन के बारे में भी बताया और बताएं कि मैं हर चीज का शिक्षक हूं उनको प्रेम बहुत अच्छा लगता था उन्हें जहां प्रेम मिलता था वह वहीं रहते थे उनके पूरे भाई चार भाई हैं और माताजी और पिताजी हैं वह बच्चों से बहुत लगाव रखते हैं उनकी कोई बहन नहीं है उन्होंने अपने रिश्ते में कोई को बहन बनाया था उस लड़की पर उनका बहुत सपना था लेकिन भगवान को यह बात अच्छी नहीं लगी उन्होंने उस लड़की को भी छीन लिया तब वह बहुत रोज है फिर वह अपने आप को संभाल लिया वह जिस से अधिक प्रेम करते थे वह जरूर से भगवान ले लेते इसलिए वह किसी को अधिक प्रेम नहीं करते उनका भाग्य उनके साथ नहीं था जब वह परीक्षा देते थे और हमेशा टॉप करते थे लेकिन मेडिकल परीक्षण में उनका नहीं निकलता था वह 4 बार कोशिश की लेकिन नहीं निकला वह बोले कि देखते हैं कि तुम कब तक मुझे फील करते हो मैं कभी भी हिम्मत नहीं हारेगा वह हमें बहुत अच्छी अच्छी बातें बताते थे जब वह हमारे स्कूल में तो उन्होंने सब कैसा लगा हमें तो नहीं मालूम लेकिन वह बोलते थे कि आप अच्छा बहुत अच्छा है सब को मानते थे कक्षा सेवंथ की एक बच्ची थी उसे मानते थे और वह भी बहुत मानती थी आप जानते हैं वह शिक्षक का नाम क्या था मारुत सर और उसके 6 की लड़की का नाम क्या था रिया हम चाहते हैं कि ऐसे शिक्षक मुझे हमेशा मिले उनके हर एक शब्दों में शिक्षक मिलती थी वह हम लोगों के ऊपर बहुत मेहनत करते थे वह हर अध्यापक से अलग थे इसमें जो भी लिखी है उन्हीं की शिक्षा से लिखी है उनकी जितनी तारीफ करते हैं उतना कम है वैसे शिक्षक पूरे संसार में कहीं नहीं मिलेगा