...

8 views

तकलीफ (शॉर्ट कहानी)
हमारी तकलीफ दूसरों के सामने छोटी लगती

आज पेशेंट ज्यादा थे
Outdoor के पेशेंट डॉक्टर को बताकर जल्दी आने लगे कुछ की भर्ती की पर्ची थी
कुछ की छोटी पर्ची थी पर समय तो थोड़ा लगना था पहले जो आए उनकी पहले नंबर लगेगा

धीरे धीरे पेशेंट कम होने लगे
एक - दो घंटे हुए की कुछ रिश्तेदार हॉस्पिटल मे आए वो बहुत चिंता मे थे
क्योंकि जब भी तेज आवाज आती मेडिकल मे से एक निकल कर देखने जाते की क्या हुआ है

रिश्तेदार चिंतित थे
जल्दी जल्दी पेशेंट को emergancy मे ले जाया गया और इलाज शुरू हुआ

उनके रिश्तेदार को डॉक्टर ने बड़ी पर्ची लिखी
आते ही पर्ची दी उनके रिश्तेदार के आंसू के अनवरत आंसू बहे जा रहे थे

उन्हें जल्दी जल्दी दवा दी बिल बनाया उन्होंने पैसे दिए बिल लेकर जल्दी गए
एक्सीडेंट हुआ था

डॉक्टर्स की कोशिश और उनके रिश्तेदार की प्रार्थना से वो बच गए
फिर उन्हें उनके रिश्तेदार एक दो दिन बाद wapas ले गए

ऐसा अक्सर होता
किसी ना किसी की करुण क्रंदन की आवाज आती
इससे आभास हो जाता कितनी ज्यादा तकलीफ हो रही होगी

जानते हो या नहीं उस समय कोई भी भावुक हो जाता ऐसे ऐसे हृदय को तोड़ देने वाले दृश्य देखकर


कुछ कहानी कहानी नहीं होती वास्तविकता होती है ।



समाप्त
16/4/2024
10:29 सुबह


© ©मैं और मेरे अहसास