लैसवी हैयास का स्तंभ -300-400ईसवी।।
यह एक ईसवी जो कि ३००-४००ईसवी से उत्पन्न होकर इस गाथा के संकलन में प्रवेश कर वो जो कि कहीं ना कहीं एक व्यर्थ बहाव की बहती हुई रितु का प्रतीक होकर एक तरह से एक व्यर्थ बहाव की छवि रितु हो जाती मगर वह एक व्यर्थ...