मेहनत का परिणाम
आज टीईटी का परिणाम घोषित हुआ है, शैलेंद्र भी पास हुए है। घर में खुशी का माहौल है। वो क्या है पांडेयपुर मोहल्ले में जनरल कास्ट का लडका एक ही बार में वो भी बिना किसी घूंस के पास हुआ है, कोई कम बात थोरे ना है जी! शैलेंद्र खुश है की अब वो अपने तरीके से बच्चों को इतिहास की सैर करवाएंगे जो उनका प्रिय विषय था अब वो बच्चों को पढ़ा सकेंगे। शैलेंद्र के पिताजी का सपना था की उनका बेटा भी सरकारी नौकरी करे।आज वो भी फुले नहीं समा रहें हैं उनके घर में पहली सरकारी नौकरी जो है वो भी शिक्षक के रूप में। एक पिता के लिए इससे ज्यादा गर्व की बात और क्या होगी। यूं तो पुत्र ही हमेशा से पिता के नाम से पहचाना जाता है पर एक पिता को आज पुत्र के नाम से जाना जाएगा
शैलेंद्र ने प्रथम प्रयास में ही सफलता
हासिल की है।
© Tinki
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