राघव और वो भाग -3
सुबह के 7:00 बजे
आस्था और राजवीर सुबह की चाय पी रहे थे ।
राजवीर- आस्था राघव अभी तक नहीं उठा? वह आज इतनी देर तक कैसे सो रहा है ,वह तो कभी इतनी देर तक नहीं सोता।
आस्था -शायद कल रात देर से सोने की वजह से उसे उठने में देर हो रही है। (आस्था बीती रात की घटना के बारे में भूल चुकी थी।)
राजवीर- अरे उसे जगा दो 7:00 बज गए । उसे स्कूल भी तो जाना है।
आस्था- हाँ ,बस जा ही रही हूँ।
आस्था राघव को उठाने कमरे में जाती है, तो वह देखती है कि राघव सिर तक चादर ओढ़े सो रहा है।
आस्था (मन में ) - ये लड़का भी ना इतनी गर्मी में चादर ओढ़े सो रहा है।
वह उसके पास जाकर उसे उठाने लगती है।
आस्था- राघव बेटा उठो,आज स्कूल...
आस्था और राजवीर सुबह की चाय पी रहे थे ।
राजवीर- आस्था राघव अभी तक नहीं उठा? वह आज इतनी देर तक कैसे सो रहा है ,वह तो कभी इतनी देर तक नहीं सोता।
आस्था -शायद कल रात देर से सोने की वजह से उसे उठने में देर हो रही है। (आस्था बीती रात की घटना के बारे में भूल चुकी थी।)
राजवीर- अरे उसे जगा दो 7:00 बज गए । उसे स्कूल भी तो जाना है।
आस्था- हाँ ,बस जा ही रही हूँ।
आस्था राघव को उठाने कमरे में जाती है, तो वह देखती है कि राघव सिर तक चादर ओढ़े सो रहा है।
आस्था (मन में ) - ये लड़का भी ना इतनी गर्मी में चादर ओढ़े सो रहा है।
वह उसके पास जाकर उसे उठाने लगती है।
आस्था- राघव बेटा उठो,आज स्कूल...