वो घटना...😱 भाग - 2
जैसे जैसे गांव की सड़क पर गाड़ी दौड़ रही थी वैसे ही मन की आतुरता और सबसे मिलने की व्याकुलता बढ़ती जा रही थी, क्योंकि काफ़ी लंबे समय से सबसे मिलना नहीं हो पा रहा था। कुछ ही देर में मेरा गांव आ गया और ड्राइवर को किराया देकर अपना सामान उतारा और चल दिया अपने घर की तरफ़। सबको देखकर होंठों के साथ मन भी खुश हो रहा था। अभिवादन कुशल मंगल...