man's is great...
एक कंधे पर बोझ बहुत दिखता है
फीका फीका सा चेहरा मगर आंखों में तेज दिखता है कंधा मजबूत और दिल नाजुक सा लिए फिरता है।
ये मर्द बेवज़ह चक्की में पीसा जाता है सुबह शाम का कोई होश नहीं रहता,
सबकी उम्मीदों पर ये खरा उतरता हैं कभी मां का लाडला तो कभी जोरू का गुलाम कहलाता है।
फिर चाहे जितना ही बेचैन...
फीका फीका सा चेहरा मगर आंखों में तेज दिखता है कंधा मजबूत और दिल नाजुक सा लिए फिरता है।
ये मर्द बेवज़ह चक्की में पीसा जाता है सुबह शाम का कोई होश नहीं रहता,
सबकी उम्मीदों पर ये खरा उतरता हैं कभी मां का लाडला तो कभी जोरू का गुलाम कहलाता है।
फिर चाहे जितना ही बेचैन...