Homeless letter ✉️✨
// एक ख़त //
कुछ चीजें ऐसी हैं जिन पर हमारा कोई बस नहीं होता....जैसे कि उदासी पर। ये उदासी बेवजह कभी भी छा जाती है, बिन मौसम बारिश की तरह.... बिना किसी पूर्वानुमान के दरवाज़े पर दस्तक दे जाती है।
आज मन कुछ उदास है और ख़ास बात ये कि कि ना तो वजह मालूम है और न तो इससे निजात पानें का ज़रिया। हां एक चीज़ है उदासी में लिख कर सुकून मिलता है। मानों कोई हाथ थामें बैठा है और काफ़ी तल्लीनता से आपकी सारी...
कुछ चीजें ऐसी हैं जिन पर हमारा कोई बस नहीं होता....जैसे कि उदासी पर। ये उदासी बेवजह कभी भी छा जाती है, बिन मौसम बारिश की तरह.... बिना किसी पूर्वानुमान के दरवाज़े पर दस्तक दे जाती है।
आज मन कुछ उदास है और ख़ास बात ये कि कि ना तो वजह मालूम है और न तो इससे निजात पानें का ज़रिया। हां एक चीज़ है उदासी में लिख कर सुकून मिलता है। मानों कोई हाथ थामें बैठा है और काफ़ी तल्लीनता से आपकी सारी...