#वर्तमान राजनीतिक 🙏
१०साल पहले
मंहगाई बढ़ी थी,
जनता ने ढोल नगाड़े बजाकर सत्ता में नया चेहरा लाया।
अब आई नई भगवा धारी,
जनता कि नई उम्मीद जगाने वाली,,
क्या पता था नई योजनाओं के पीछे,
जेब होगी हमारी खाली,,
अब खुश हो जाओ किसान,
चाय है घर घर है बिकने वाली,,
अब ऐसी योजना है आने वाली,
पढ़ाई कि ढोल बजने वाली है,
अब सङको पर MBA,BA,LAW सब लोगों कि चाय बिकने वाली है,,
न कोई बुराई है न कोई बेफिजूल खर्ची है,
क्योाकि यारों हमारे PM ने पहले ही चाय कि दुकान पर काम कर रखी है,,
न...
मंहगाई बढ़ी थी,
जनता ने ढोल नगाड़े बजाकर सत्ता में नया चेहरा लाया।
अब आई नई भगवा धारी,
जनता कि नई उम्मीद जगाने वाली,,
क्या पता था नई योजनाओं के पीछे,
जेब होगी हमारी खाली,,
अब खुश हो जाओ किसान,
चाय है घर घर है बिकने वाली,,
अब ऐसी योजना है आने वाली,
पढ़ाई कि ढोल बजने वाली है,
अब सङको पर MBA,BA,LAW सब लोगों कि चाय बिकने वाली है,,
न कोई बुराई है न कोई बेफिजूल खर्ची है,
क्योाकि यारों हमारे PM ने पहले ही चाय कि दुकान पर काम कर रखी है,,
न...