...

2 views

प्रेम
हम दोनों..! पीछे छोड़ आएंगे किसी दिन उस दूसरी दुनिया को जहां इंसानों को उनके नाम तक सीमित रखा जाता है तुम चलना कभी मेरे साथ दूर कही पहाड़ों पर चांद के साथ, दिन ढलते हुए देखना,देखना मेरी आंखो में अपने लिए प्रेम,मुझे पूरा यकीन है कि लंबे इंतज़ार के बाद ही सही पर हमें कोई ऐसी जगह मिल ही जायेगी जहाँ कोई हमारा नाम नही जानता होगा....मेरे साथ चलना, नाप लेना ज़मीन जो हमारे हिस्से में आती है, मेरा नाम पुकारना,जैसे पुकारता हो कोई मंदिर में ईश्वर को,मेरा हाथ थाम लेना, चल पड़ना मेरे साथ मेरे हृदय की तंग गलियों में..फिर हम बैठकर देखेंगे उस पल को जब सिंदूरी सूरज पहाड़ों में गोते लगाने उतर जाएगा...ठीक उसी समय जरा सा सिन्दूरीपन छिटककर लगा देना मेरे माथे पर.. सुनो मैं अपने जीवन के सूरज को डूबते हुए ऐसे ही तुम्हारे साथ

देखना चाहती हूँ..!!

#अरु