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पिकनिक
समर और अम्बर दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। वह जब कभी भी बाहर घूमने जाते तो साथ में ही जाते थे। वह दोनों भले ही दोस्त थे लेकिन  उन दोनों की सोच एक दूसरे से बिल्कुल अलग थी ।

जहाँ समर को लोगों को दिखाने के लिए दिखावा करना पसंद था वही अम्बर को लोगों के लिए दिखावा करने से ज्यादा अपने आप के लिए कुछ करना पसंद था।

एक दिन की बात है समर और अम्बर दोनों का बाहर कहीं पर घूमने का प्लेन बनता है और वह जल्दी से तैयार होकर बाइक पर घूमने के लिए निकल जाते है।

वैसे तो समर और अम्बर की सोच आपस में मेल नही खाती थी लेकिन प्रकृति के लिए दोनों का प्यार बराबर था उन दोनों को ही पहाड़ो, समुद्र और झरनो से बहुत गहरा लगाव था।

लेकिन उन दोनों का प्रकृति के प्रति प्यार दिखाने का अंदाज़ बिल्कुल अलग था। जहाँ समर प्रकृति की खूबसूरती को अपने फोन में कैद करना पसंद करता था तो वही अम्बर प्रकृति की खूबसूरती को अपने दिलों दिमाग में बहुत अच्छे से कैद करना जानता था

हालांकि फोन समर और अम्बर दोनों के ही पास था फर्क सिर्फ इतना था की प्रकृति की खूबसूरती को देखने का दोनों का नज़रिया बिल्कुल अलग था

इसी के साथ वह दोनों पहुँच जाते है अपनी मंज़िल की ओर एक ऐसी जगह जहां दूर दूर तक बस पहाड़ ही पहाड़ थे। उन्हीं पहाड़ो के पीछे से झांकता हुआ सूरज नजर आ रहा था।

सूरज की किरणो ने आसमान में अपनी लालिमा बिखरी हुई थी और उसी आसमान में घुमते हुए पंछी उस नज़ारे में चार चाँद लगा रहे थे।

पहाड़ो के ऊपर से नीचे की ओर बहता हुआ झरना और उसी झरने से नीचे धरातल पर बनती हुई नदी, नदी के किनारे मिट्टी और मिट्टी के खत्म होते ही पौधे से निकलते सुंदर से फूल निकल रहे थे

वही पर लगे पेड़ों से गीत गाते हुए पक्षियों की आवाज आ रही थी उन्ही पेड़ों से आती हुई ठंडी हवा और प्रकृति की खूबसूरती में कुछ समय के लिए मानों समर और अम्बर खो जाते है ।

की तभी समर का दिमाग अपना काम करना शुरू कर देता है और उसे याद आता है की क्यों ना इस नज़ारे को अपने फोन में कैद किया जाए।

क्यों ना यहाँ कुछ तस्वीरें ली जाए लोगो को यहाँ की खूबसूरती दिखाने के लिए और अपने फोन में स्टेट्स लगाने के लिए की हाँ,,,मैं वहाँ घूमने गया था।

वही अम्बर इन सब बातों से परे नीचे जमीन पर बैठ जाता है और उस जगह पर होती सभी गतिविधियों को वह बड़ी ही गहराइयों के साथ देख रहा था ।

सूरज की किरणें, आसमान में उड़ते हुए पंछी पहाड़ो से बहता झरना यहाँ तक की प्रकृति से जुड़ा हर एक मंज़र अम्बर अपनी आँखों में बखूबी कैद कर रहा था।

जहां एक ओर प्रकृति की खूबसूरती को देखकर उसे महसूस करके जहां अम्बर को शांति और सुकून का अनुभव हो रहा था वही दूसरी और समर वहाँ की खूबसूरती को फोन में कैद करने की कोई कसर नही छोड़ना चाहता था।

वह एक एक पल की एक एक जगह पर कई बार तस्वीरें लेने में इतना व्यस्त था की हक्कीत से ज्यादा वह हर एक मंज़र को फोन में देख रहा था वह देख रहा था की कौन सी फोटो अच्छी आई है।

कौन सी फ़ोटो सोशल मीडिया पर डालनी है कौन सी फोटो प्रोफ़ाइल पर लगानी है समर इन्ही सब बातों में उलझा हुआ था की तभी देखते देखते ही अंधेरा छा जाता है और उन दोनों का उस जगह को छोड़ कर जाने का समय आ जाता है।

जहाँ समर अपने कीमती समय को प्रकृति से ज्यादा फोन के साथ बिताने में बहुत खुश था तो वही अम्बर प्रकृति के उन नज़ारों को महसूस और अपनी आँखों में कैद करके अपने मन को शांति देकर बहुत खुश था।

समर और अम्बर वहाँ से निकलने ही लगे थे की तभी अंधेरा होने के कारण समर एक पत्थर से जा टकराता है जिसके कारण समर के हाथ से उसका फोन छूट जाता है और वह पहाड़ो से नीचे बनी खाई में जा गिरता है।

अपने फोन के खाई में गिर जाने की वजह से समर बहुत उदास हो जाता है और उसका अपने मन को अंदरुनी खुशी प्रदान करने का मौका फोन के चक्कर में गवा चुका था।

वह भूल गया था की ईश्वर ने उसको भी एक ऐसी शक्ति दी है जिसमे वह कुदरत की इस खूबसूरती को बिना किसी फोन की मदद से उन पलों की तस्वीर अपनी आँखों से इस कदर ले सकता था

जिसको को खो देने का ना उसे कोई डर था और ना कभी वह उन पलों को उन यादों को भूल पाता लेकिन फोन में कैद की गई वह यादें समर के फोन के गिरते ही हमेशा के लिए उस से दूर हो गई।

और समर के लिए उस से भी ज्यादा दुख की बात यह थी की फोन में तस्वीरें लेने के चक्कर में प्रकृति की खूबसूरती को वह हक़ीकत मे देख ही नही पाया।

जहां अम्बर का बाहर घूमने के बहाने अपने मन को शांति प्रदान करने का प्लेन कामियाब रहा वही समर को उदास मन के साथ ही उस जगह से जाना पड़ा और कुछ इस तरह अच्छी बुरी यादें लिए वह दोनों अपने अलग अलग अनुभव लिए अपने घर पहुँच जाते हैं।