एहसास का रिश्ता...
मन के एहसासों का रिश्ता !!
एहसासों का रिश्ता भी सारे जग से अनोखा लगता है
इसमें अचानक ही कोई अच्छा लगने लगता है।
उसके बिना मन ही नहीं लगता है।
उस रिश्ते के सामने सारे नाते फीके पड़ जाते है, जिसका कोई ना छोर है प्
यार का एक ऐसा समुद्र है जिसकी गहराई को नापना मुश्किल है ...
एहसासों का रिश्ता भी सारे जग से अनोखा लगता है
इसमें अचानक ही कोई अच्छा लगने लगता है।
उसके बिना मन ही नहीं लगता है।
उस रिश्ते के सामने सारे नाते फीके पड़ जाते है, जिसका कोई ना छोर है प्
यार का एक ऐसा समुद्र है जिसकी गहराई को नापना मुश्किल है ...