भूमिका तेरी कहानी
भूमिका आज बहुत खुश थी ।
आज उसके घर उसकी ननंद और उसकी चचेरी बहन आने वाली थी।
आज सुबह से ही तैयार होकर वह उनके खाने पीने के लिए विशेष पकवान की तैयारी करने लगी ।
भूमिका एक आदर्श गृहिणी है
जो अपनी खुशियों को दूसरों में देखती है
कभी शिकायत नहीं करती अपने दुखो को कभी किसी के सामने उजागर नहीं करती।
हमेशा एक मीठी मुस्कुराहट अपने चेहरे पे लिए अपने तकलीफों से लुका छिपी खेलती है
शादी से पहले ही माँ की आकस्मिक निधन के बाद वह अकेली रह गयी
बस मां को दिल मे रखकर अपनी जिंदगी के उलझनों से लड़ती रही।
आज उसकी ननंद और उसकी चचेरी बहन उसके...
आज उसके घर उसकी ननंद और उसकी चचेरी बहन आने वाली थी।
आज सुबह से ही तैयार होकर वह उनके खाने पीने के लिए विशेष पकवान की तैयारी करने लगी ।
भूमिका एक आदर्श गृहिणी है
जो अपनी खुशियों को दूसरों में देखती है
कभी शिकायत नहीं करती अपने दुखो को कभी किसी के सामने उजागर नहीं करती।
हमेशा एक मीठी मुस्कुराहट अपने चेहरे पे लिए अपने तकलीफों से लुका छिपी खेलती है
शादी से पहले ही माँ की आकस्मिक निधन के बाद वह अकेली रह गयी
बस मां को दिल मे रखकर अपनी जिंदगी के उलझनों से लड़ती रही।
आज उसकी ननंद और उसकी चचेरी बहन उसके...