Tumhara jaana ....
जब तुम ज़िन्दगी से चले गए तो मुझे कुछ सूझता ही नहीं था....लगता था सब ख़त्म हो गया,आगे दूर-दूर तक केवल अँधेरा दिखाई पड़ता था..... सोचने-समझने की ताक़त तुम अपने साथ ले जा चुके थे.....
ख़ैर, गुज़र गया वो वक़्त भी......आज देखते हो, कितना ख़ुश रहती हूँ ?
तुम्हे मेरे खुश रहने का राज़ जानने की ख़्वाहिश है..? ख़ुद को बहुत हिस्सों में बाँट...
ख़ैर, गुज़र गया वो वक़्त भी......आज देखते हो, कितना ख़ुश रहती हूँ ?
तुम्हे मेरे खुश रहने का राज़ जानने की ख़्वाहिश है..? ख़ुद को बहुत हिस्सों में बाँट...