छोटी छोटी खुशियां
एक खूबसूरत से शहर में खूबसूरत सी सुबह ,हर दिन की तरह सुबह मॉर्निंग वाक के लिए निकल गयी ,हवा ठंडी थी पर सूरज की हलकी हलकी तपिश उसे मनमोहक बना रही थी I हर रोज़ मै एक ही रस्ते से गुजरती थी , वहां चहलपहल थोड़ा कम होती थी और रोड चौड़ी ,कभी कभी सड़क में दो चार लोग दीखते थे या फिर मेस में रहने वाले गेस्ट्स I मैं अक्सर गेस्ट को अनदेखा कर आगे निकल जाती थी पर आज ऐसा न कर पायी क्यूंकि आज मेरी नज़र एक...