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तुम्हारी भी जीत है ये
आए दिन कुछ वाकए होते हैं और मेरी सोच रुकती नहीं उसे लिखे बिना बस आज का दिन भी कुछ ऐसा रहा।
कालका शिमला सेक्शन सिंगल लाइन का है तो यहां पर एक वक्त ने एक ही ट्रेन चलती है वो भी सिर्फ एक दिशा में।
एक बात और आजकल धुंध कोहरे का मौसम होने की वजह से ट्रेन लेट होती हैं चुकी दिल्ली से आने वाली ट्रेन का लिंक होता है शिमला जाने वाली ट्रेन के साथ तो आज मेरी ट्रेन काफी लेट निकली कालका से ही।
कालका से प्रस्थान का वक्त तो 12:10 था पर कालका न्यू दिल्ली शताब्दी आई है 13:45 पर तो हिमालयन क्वीन 14:00 चली है।
ये सारा ब्यूरो बस आपको ये बताने के लिए की उस वक्त पैसेंजर्स की हालत का अंदाजा आपको हो सके।
कई बार लोग आ कर इंजन के सामने पिक्चर्स खींचा चुके थे और थक गए थे।
अब सबका एक ही सवाल था मैम कब तक चलेगी?
मैम शिमला कब तक पहुंचेगी।
पहले तो कालका से लेट चले फिर आगे कोटि स्टेशन पर क्रॉसिंग के लिए फिर रुके।
चूंकि ऑफिशियल स्टॉपेज नही था यहां तो सारे पैसेंजर्स का फिर सवाल शुरू हो गया।
मैम अब क्या हो गया? चल क्यों नही रहे?
इनमे बहुत सी नजारे लड़की और ट्रेन चला रही वाली भी थी।
कुछ अपने बच्चों को इशारा कर दिखा रहे थे ।
इन्ही में से एक बच्चा आ कर पूछता दीदी आपके साथ फोटो खींचा सकते हैं।
मैने साथ में पिक्चर्स खींचाया।
उसकी मम्मी से थोड़ी देर बात किया।
अभी तक पैसेंजर्स के साथ इतना ज्यादा इंटरेक्शन मैंने पहली ही बार किया।
सबको बहुत कुछ जानना था।
पर दिमाग में एक बात बहुत देर तक चलती रही।
उस बच्चे को मेरे साथ ही फोटो लेनी थी जबकि मेरे सीनियर पायलट साथ में थे और मैने बोला भी ट्रेन सर चला रहे हैं आप उनके साथ फोटो लेले।
पर उसे मेरे साथ खींचानी थी।
ये बात यूं तो बहुत छोटी सी है।
पर इसका असर होता बहुत है।
ऐसी घटनाओं के बाद बहुत से पुरुष के मन कुंठा से भर जाते हैं।
उन्हे बुरा लगता है एक ही काम के लिए किसी लड़की को क्यों मिल रही इतनी इंपोर्टेंस।
वो इतने साल से ये काम कर रहे तो उन्हे तो कोई नही सराहता।
ये कई बार कई जगह होता है।
मैं उन पुरुषों को बताना चाहती हूं की सुनो ये आपकी मेरी बात नही है।
ये औरत पुरुष की भी बात नही है।
ये उस समाज की बात है जहां औरत घर चूल्हा चौका करने के लिए बनी है।
जहां जोक्स बनाते हैं औरत के ड्राइविंग को ले कर।
आए दिन रील्स देखते हैं।
यह उस देश की बात है
जहां लोगों को लगता है लड़कियों का सिर्फ बलात्कार होता है और इस लिए लड़कियां सेफ नहीं हैं इस देश में।
और ये आपकी हार कत्तई नहीं है।
एक लड़की आपके साथ सुरक्षित काम पर घर से दूर निकली है,ये बात आपके जीत की है।
हो सकता है लोग इसे इस तरह से ना देख पाएं।
पर यकीन मानिए।
आप हारे नही हैं और कुंठित होने की तो बिल्कुल जरूरत नहीं आपको।
तो जब अगली बार कोई ऐसा काम किसी लड़की को करता देखें तो जरूर शुक्रिया कहें उनके साथ सहयोग देने वाले हर सहयोगी को।

शुक्रिया की आप जीत रहे हैं।
© life🧬