...

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Diary of my inside death
बात ये नहीं की मेरे पास डायरी नहीं
बात ये भी नहीं की मेरे पास लिखने को कोई शायरी नहीं
बात ये भी नहीं की मेरे पास लिखने के लिए कलम और स्याही नहीं
बात ये भी नहीं जानी की मैं डायरी में कुछ लिख भी नहीं सकता

बात ये है की मेरे घरवाले ना जान जाए की जो मेरे चेहरे की मुस्कुराहट है
ये कोई सच्ची नहीं बस एक बनाबट है

बात ये है की मां को बहनों को भाई को ना पता चल जाए
की मैं अब टूट चुका हूं अपनी इस ज़िंदगी से जानी अब मैं रूठ चुका हूं
बात ये है की अब मैं धीरे धीरे से शांत हो रहा हूं ख़ामोशी में अपनी में जो मैं खो रहा हूं
बात ये है की अब डर भी बहुत लगता है की घरवालों को शक
ना हो जाए इसीलिए जानी मैं अब घर पर ज्यादा फोन भी नहीं करता हूं।

#2:53pm_thoughts
#alreadybroken ✍️ #vicky_indorewalaa #painfulmemories
#Mrcb_Vicky
© Vicky_Indorewala