समझौता...(भाग- 1 )
निशी की जिंदगी एक समझौता थी । वो करती भी तो क्या उसकी समस्या आसान नहीं थी।
कुछ अजीबो गरीब तरह के उसके विचार थे और कुछ अजीबो गरीब खुद वो, कभी कभी तो वो खुद को ही नही समझ पाती थी। वो अपनी मर्जी की जिंदगी नही जी रही थी ,उसने अपने परिवार के लिए,...
कुछ अजीबो गरीब तरह के उसके विचार थे और कुछ अजीबो गरीब खुद वो, कभी कभी तो वो खुद को ही नही समझ पाती थी। वो अपनी मर्जी की जिंदगी नही जी रही थी ,उसने अपने परिवार के लिए,...