छुपकर सबसे.....!!
#WritcoPoemPrompt51
यूँ तो ख्वाबों का मंज़र है अधूरा प़डा
पर इस सवाल पर मेरे लबों का किस्सा तेरे नाम पर ही बस रुका
वो छुपकर तेरे कमरे में जाना है वो लिपट कर तुझसे तेरी धड़कनों में खुदको पाना है,
वो तेरे ख़्यालों में हम कभी आया करते हैं इसका इम्तिहान सा लेकर आना है,
मुझे तुझसे छुपकर तुझसे ही मिलकर आना है,
ना उम्मीद कोई ना कोई फर्माइश करने को
बस एक दफ़ा दिल की ख्वाहिश पूरी करने को
मुझे तुझसे छुपकर तुझसे ही मिलकर आना है!!
यूँ तो ख्वाबों का मंज़र है अधूरा प़डा
पर इस सवाल पर मेरे लबों का किस्सा तेरे नाम पर ही बस रुका
वो छुपकर तेरे कमरे में जाना है वो लिपट कर तुझसे तेरी धड़कनों में खुदको पाना है,
वो तेरे ख़्यालों में हम कभी आया करते हैं इसका इम्तिहान सा लेकर आना है,
मुझे तुझसे छुपकर तुझसे ही मिलकर आना है,
ना उम्मीद कोई ना कोई फर्माइश करने को
बस एक दफ़ा दिल की ख्वाहिश पूरी करने को
मुझे तुझसे छुपकर तुझसे ही मिलकर आना है!!