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✍️🍁❣️ संघर्ष सिमित नही होना चाहिए हमारा, ।।
यह कहानी मेरे बहुत करीब है, क्योंकि वो ✍️✍️❣️लड़की कुछ समय पहले मेरे से जुड़ी हुई थी। पर , बीतते समय के साथ समय की बाधाँओ ने हमें दूर कर दिया है। :::::::#
आज ये कहानी, सुनाने का मतलब बस इतना ही है, की संघर्ष सिमित नही होना चाहिए हमारा, ।।"::::::::::::::#
इस बात को 4 साल हो गए हैं।
मुझे आज भी याद है मै, किसी काम से,
मार्किट गई थी , उस समय मै थोडी सी ना समझ थी, पर बातों को गंभीर से सुनती थी और परख कर ही सामने वाले को कुछ बोलती थी, ====::::::::::::::#
आज भी याद है मै पहली बार उस लड़की से कैसे मिली थी, वो लड़की मेरे सामने से
गुज़र रही थी और और उसका सामान मेरे पैरो पर गिर गया था, वो बहुत ही शांत स्वभाव की लग रही थी, मैने उस लड़की को बोला कोई बात नहीं, मैं मदद कर देती हूँ।
तो वो लड़की बोली अच्छा बहुत मदद करती हो सबकी ,, मैं हँसकर बोली जी जरुरत हो तो बिल्कुल मदद करती हूँ । :::::::::::::::::::#
वो लडकी बोली अच्छी बात है बहुत आगे तक जाऊँगी इस सोच और चेहरे की चमक बता रही है , । मैने उसे बोला अच्छा ,पर सफऱ आसान नहीं होता है, आगे तक जाना मतलब हर - पल लड़ाई करने के बराबर होती है। उस लड़की ने कहा अगर बुरा ना मानों तो साथ में ही ख़रीद-दारी कर लेते है,
मैने कहाँ ठीक है , फिर वो बोली , देखो मै
30 वर्ष की हूँ और आप अभी मुझे बहुत कम उम्र की लग रही। हो पर आपकी
समझदारी बहुत परिपक्व हैं। :::::::::::::::::#
इसलिए मै आपको अपने बीते पल बता रही हूं, क्या पता कभी आपको जरूरत पड़े मेरे शब्दो की,उसने अपने बारे में बताना शुरु क्या और बोली , में एक अच्छे परिवार से हूँ
जिसका नाम है इज्ज़त हैं , ।।
में जब छोटी थी 12th class मैं थी तो सबकी लाड़ली बैठी थी, घर में और जैसे ही मैने collage पास क्या इस 3 सालों में मैं,
बहुत नासमझ और बहुत बोलने वाली लड़की हो गई थी अपने ही घर में ,वो लड़की बोली , ऊधर से ही मेरा जीवन जीने का नज़रिया बदल गया था।
और धीरे धीरे मैं अपनी मंजिल की तरफ़ बड़ रही थी तो दूसरी तरफ़ मेरे ही सगे
बहन भाई, और बहन के ससुराल वाले भी, अपनी निचता दिखाने मैं कसर नहीं छोड़ रहे थे , वो लड़की बोलते हुये रूक गई बीच में ही, मैने उसे कहाँ चलो जूस पिते हैं , तो फिर उसने जूस पिने के बाद
बताना शुरु क्या , लडकी बोली ।।:::::::#
मैने फिर अपना गुस्सा दिखाना शुरु कर दिया था सबको और घर से भी भगाना शुरु कर दिया था , ये बोलकर इस घर में रहना है तो अदब से रहो नहीं तो मै उसके खिलाफ आगे भी बोलुँगी , मै उस लड़की की इस
बात को सुनकर बोली अपने ही रिश्ते के खिलाफ आप खड़े हुये ।। वो लड़की बोली , रिश्ते इज्ज़त से होते है और जिस रिश्ते मैं
नफ़रत पैदा हो जाए वो रिश्ता बस नाम का ही रह जाता है । जो मेरे रिश्ते थे।। ::::#
फिर आगे उसने बताया में धीरे धीरे बडी हो रही थी लोगो को समझते हुये ,और
अपने जीवन को कैसे कामयाब बनाउँ
और मे अच्छे से लोगो में बात करती थी
समस्या सुनती थी , आपकी तरह ही
पर मेरी किस्मत को और मंजूर था ।।
एक तरफ़ घर में सब मेरे दुश्मन बने हुये थे मेरी शादी कर रहे थे , पर में उसके भी
खिलाफ खड़ी हुई , क्योंकि मेरी कामयाबी
मे शादी होती तो उस समय मे आज Dr.
नहीं बन पाती , मै बोली अच्छा आप Dr. हो, वो लड़की बोली हाँ , और आज
मेरे पास सब कुछ है, परिवार भी है मेरे बच्चे भी है , बस साथ नही हे तो उन बुरे रिश्तेदार का और दुनिया की नज़र सगे बहन भाई का रिश्ता , मुझे अफ़सोस होता है
अपने ही लोग किसी के साथ इतना बुरा कर सकते हैं वो लड़की रो रही थी बताते समय और अपने वो निशान दिखा रही थी जो उस दौरान उसने अपने घर वालो से लडने के दौरान मिलते थे।। मैने उसे कहाँ
मुझे लगता है आपको अब रोना नही चाहिये। आप ने अपने लिए लडा़ हैं ,
तो आप कमज़ोर मत बनो रोकर, वो लड़की बोली , सही बोल रही हो, और
ये बात इसलिए मैने आपको बताई हैं ,
एक समय ऐसा आऐगा आप अकेले पाओगे अपने आप को और कोई प्यार या कोई दोस्त नहीं होगा साथ में , सब लोग झूठ बोलने वाले लगीगे ,पर आप अपनी ,जरूरत समझ कर ही कोई फैसला लेना।।:::::::::::::::#
मैने उसे बोला आप कहाँ रहती हो,
जीवन में कोई घटना हुई तो आपको जरूर याद करूगी। उसने कहाँ मेरी किस्मत मै नहीं है आपको कामयाब देख पाऊँ।
मुझे कैंसर है । और इतना जीवन नही देख सकती हूँ ।। समय कम है ।। और उसने मुझे गले लगाया हम दो अजनबी ने 6 घंटे एक साथ बितायें ।। उस दिन से ही मै
ये सोचकर कई बार नि :शब्द हो जाती हूँ
कितने घर है जहाँ आज भी लोग अपने ही घर के बच्चे के खिलाफ हो जाते हैं अगर वो आगे बढ़ना चाहता है या चाहती है।
और घर के संंगे रिश्ते और लोगों को समझना जरूरी है ।आज ये शख्स मेंहनत कर रहा है तो कितना दुखी हो सकता है कल हम या हमारे अपने बच्चे भी इस समय से गुज़रीगे
हम मदद नही कर सकते हैं तो भला बुरा भी ना बोले ।::::#
पर कहीं ना कहीं घर से ही शुरुआत होती है । लड़की थोड़ी बड़ी हुई की,चार
लोग बात करने लगते है शादी कर दो , इसलिए औंरत और पुरूष वाली सोच को बदलना जरूरी है।। जो की अभी भी नहीं बदली है चाहे हम लोग कितना ही, online
जैसे platform पर हो, । अभी भी किसी लड़के लड़की ने बात की तो दोनों को गलत समझा जाता है ।। ये सोच जब तक लोगों के जहन मैं है तो हम कभी सफल इंसान नहीं बन सकते हैं , सफल बनने के लिए
पहला कदम यही है की सब लोगों की बात को समझना और फिर कुछ बोलना ।
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और मे इसीलिए अपनी तरफ़ से लोगो को बोलती हूँ की लिखो और चार लोगो की बात पढ़ो उससे बहुत हद तक हमारी सोचने की क्षमता विकसित होती हैं।।


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© Karishma Gujjar🤗 motivationQT