जाने कितने सवाल है -
वही जिंदगी वही शाम-ओ-सहर उसका ज़िक्र, उसी का ख्याल है
उसकी मोहब्बत के बग़ैर साँसों को चलते रहने का भी मलाल है
वो हमारी जिंदगी में जबसे शामिल हुआ है हर बात बताई उसे
फिर भी ना जाने उसके दिल-ओ-दिमाग में जाने कितने सवाल है
© आँचल त्रिपाठी
उसकी मोहब्बत के बग़ैर साँसों को चलते रहने का भी मलाल है
वो हमारी जिंदगी में जबसे शामिल हुआ है हर बात बताई उसे
फिर भी ना जाने उसके दिल-ओ-दिमाग में जाने कितने सवाल है
© आँचल त्रिपाठी