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बचपना
लम्बे-लम्बे कदमो से मैं तेजी से चलने की कोशिश कर रहा था आज मुझे स्कूल जाने मैं फिर से देर हो गई थी मैं मन ही मन सोच रहा था की आज मैं टीचर से डाट खाने से बच जाऊ इसलिए अपने पैरो को बिना आराम दिये चले जा रहा था मेरा स्कूल ज़्यदा दूर ना होने की वजह से स्कूल पैदल ही जाना पड़ता था मैं कुछ बच्चों को स्कूल जाते हुये देख पा रहा था और मुँह से यही बात निकल रही थी काश मेरा स्कूल भी दूर होता और मैं भी रिक्शे से स्कूल जा पता अब इन सब बातो को दिमाग़ से हटा कर अब स्कूल के रास्तो पर तबज्जो देने लगा था कुछ दूर आगे पहुंच कर मैंने एक खिलौने वाले को देखा जिसने सर पर एक टोकरे मैं खिलोने रख रखे थे मगर उसके खिलौने को बाहर से देखा जा सकता था खिलौने वाले ने लाल रंग की नीली धारी वाली...