...

11 views

library
#चिट्ठी
लाइब्रेरी में बैठी हुई निकिता क़िताब के पन्ने पलट रही थी और बेसब्री से सुप्रिया का इंतज़ार कर रही थी। जब से सुप्रिया का कॉल आया था और उसने उसे लाइब्रेरी बुलाया था ये कह के की उसको उस चिट्ठी के बारे में कुछ पता चला है, तब से निकिता बेचैन थी।
थोड़ी देर में सुप्रिया लाइब्रेरी में आई उसने निकिता को बताया कि वो चिट्ठी और किसी ने नहीं उसी मोहित ने दी थी जिसे तुम पसंद करती हो ।
यह सुन कर निकिता को समझ नहीं आया कि वो खुश हो या क्या करे ! वो दोनों बातें कर ही रहीं थी कि अचानक किसी के कदमों की आहट हुई वहा और कोई नहीं मोहित ही था मोहित को अपने पास आता देख निकिता का दिल जोर- जोर से धड़क रहा था ।
मोहित ने पास आकर निकिता के सामने अपने प्यार का इज़हार किया और शादी का भी प्रस्ताव रखा ।
निकिता को जैसे सब सपना लग रहा था वो भाग कर अपने घर चली गई । और अगले दिन मोहित को एक चिट्ठी मिली जिसमे लिखा था हां ।