बैतूल की कहानी
कहानी है बैतूल के एक छोटे से गांव बडोरा की,
ब्रजभूषण नाम का एक पुलिस वाला था जिसकी दो बेटियां थी! छोटी बेटी कविता, और बड़ी बेटी साक्षी, भूषण की पत्नी का देहांत कविता के जन्म के पश्चात हुआ था! भूषण ने दोनों बेटियों की देखभाल एक अच्छे पिता की तरह की, बेटीया बड़ी हुई तब बड़ी बेटी, साक्षी कॉलेज जा रही है, जहां उससे राहुल मिला बातों ही बातों में दोस्ती हो गई दोस्ती कब प्यार मैं बदली पता नहीं चला, राहुल और साक्षी दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे! और शादी करके घर बसाना चाहते थे, राहुल के पिता एक दुकानदार थे, और उनके बाद उस दुकान का मालिक राहुल होने वाला था पिता बूढ़े हो गए थे! इस प्यार की खबर साक्षी के पिता को लगी, भूषण ने अपने पुलिस होने का फायदा उठाते हुए राहुल को थाने में बंद किया, फिर साक्षी ने अपने पिता भूषण से कहा कि, वह राहुल से शादी करना चाहती है!...
ब्रजभूषण नाम का एक पुलिस वाला था जिसकी दो बेटियां थी! छोटी बेटी कविता, और बड़ी बेटी साक्षी, भूषण की पत्नी का देहांत कविता के जन्म के पश्चात हुआ था! भूषण ने दोनों बेटियों की देखभाल एक अच्छे पिता की तरह की, बेटीया बड़ी हुई तब बड़ी बेटी, साक्षी कॉलेज जा रही है, जहां उससे राहुल मिला बातों ही बातों में दोस्ती हो गई दोस्ती कब प्यार मैं बदली पता नहीं चला, राहुल और साक्षी दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे! और शादी करके घर बसाना चाहते थे, राहुल के पिता एक दुकानदार थे, और उनके बाद उस दुकान का मालिक राहुल होने वाला था पिता बूढ़े हो गए थे! इस प्यार की खबर साक्षी के पिता को लगी, भूषण ने अपने पुलिस होने का फायदा उठाते हुए राहुल को थाने में बंद किया, फिर साक्षी ने अपने पिता भूषण से कहा कि, वह राहुल से शादी करना चाहती है!...