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बारिश
#रॉन्गनंबर
बड़ी ज़ोर की बारिश हो रही थी। आसमान में बिजली कड़कड़ा रही थी पर घर पर बिजली गुल थी। तभी फोन की घंटी बजी और जीत ने रिसीवर उठा के कहा हैलो, कौन है? उधर से आवाज़ आई ओह, सॉरी, रॉन्ग नंबर, और फोन रख दिया गया। जीत को दो साल पहले की वो तूफानी रात याद आ गई। उस दिन भी तो बारिश हो रही थी,
तेज से तूफान चल रहा था,
उस समय भी बिजली कड़क रही थी,
जीत की मां की तबीयत बहुत खराब थी,
आधी रात में जीत की मां बुखार से तप रही थी,
जीत की मां का पूरा बदन बुखार से तप रहा था,
उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे, तब उसे अपने चाचा जी का ख्याल आया,
उसके चाचा जी काफी संपन्न थे,
उसने फोन करके चाचा जी से कहा मां की तबीयत बहुत खराब है और बारिश बहुत हो रही है, इतनी बारिश में कोई टैक्सी भी नहीं मिलेगी,
आप अपनी कार लेकर चले आइए,
चाचा जी ने कहा इतनी बारिश में मुझे कोई समाज सेवा नहीं करना है,
जीत की आंखों में बहुत ही आंसू था,
अब उसने अपने एक दोस्त के पास फोन किया,
लेकिन उसका दोस्त काम के सिलसिले में शहर से बाहर था, फिर उसे चांदनी की याद आई,
जीत एक बार चांदनी की मदद किया था,
चांदनी कॉलेज के लिए जा रही थी,
और उसका स्कूटर खराब हो गया था,
जीत अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर उसे पेपर दिलाने ले गया था, तब चांदनी ने कहा था,
आपका उपकार मैं कभी नहीं भूल सकती,
मेरे पिताजी टैक्सी चलाते हैं,
यह लीजिए मेरे पिताजी का नंबर है,
कभी जरूरत पड़ेगी तो बात करिएगा,
आपका एहसान हम कभी नहीं भूलेंगे,
जीत ने चांदनी के पिता जी के पास फोन किया,
और वह बताया मैं जीत बोल रहा हूं,
क्या आप चांदनी के पिताजी हैं,
उधर से आवाज आई हां मैं आपके बारे में जानता हूं आपने मेरी बेटी का मदद किया था,
मैं आपकी क्या सेवा कर सकता हूं,
जीत अपनी हालत बताया,
चांदनी के पिताजी आ गए,
जीत अपनी मां को टैक्सी से हॉस्पिटल ले गया,
लेकिन तूफान चलने की वजह से रास्ते में पेड़ गिर गया था, किसी तरह से जीत ने अपनी मां को हॉस्पिटल पहुंचाया, जीत का समय इतना खराब था कि उसकी जेब में एक भी पैसा नहीं था,
उसे अपने दोस्त रवि की याद आई,
फोन तो किया जीत ने रवि के पास,
लेकिन रॉन्ग नंबर लग गया,
उधर से आवाज आई हेलो कौन,
जीत ने ध्यान भी नहीं दिया कि उधर से आवाज लड़की की है, जीत ने कहा मैं बहुत परेशान हूं अभी तुम्हें अपना अकाउंट नंबर दे रहा हूं तुम जल्दी से पैसा भेजो मां की तबीयत बहुत खराब है, उधर से आवाज आई ठीक है,
फिर उस लड़की ने जीत के अकाउंट में पैसे भेज दिए, पैसा भेजने के बाद लड़की ने कहा मैं पैसा भेज दी हूं आप मां का इलाज करवाइए,
अब जीत को पता चल गया कि यह तो कोई लड़की है जीत ने पूछा आप कौन, लड़की ने कहा रॉन्ग नंबर, लेकिन बात मां की है इसलिए मैं मदद करना चाहती हूं, जीत ने बहुत-बहुत धन्यवाद कहा, लड़की का नाम पूछा, लड़की ने कहा मैं
प्रिया बोल रही हूं, मेरी मां नहीं है, इसलिए मैं मां की अहमियत समझती हूं,
जीत की मां का इलाज हो गया,
जीत अपनी मां को हॉस्पिटल से लेकर घर आ रहा था, बारिश इतनी तेज थी, की टैक्सी पुल से नीचे गिर गई, जीत की मां इस दुनिया को छोड़ कर चली गई, आज जब बहुत बारिश हो रही थी,
तो जीत को पुरानी बातें याद आ गई,
एक अनजान लड़की उसकी बहुत मदद की थी,
लेकिन उस के नसीब में मां का साथ बस वही तक था, जब -जब बारिश और तूफान होती है,
जीत को उसकी मां याद आ जाती है।